घर्षण किसे कहते हैं class 11th , Gharshan Kise Kahate Hain

घर्षण किसे कहते हैं class 11th , Gharshan Kise Kahate Hain

सम्पर्क में रखें दो वस्तुओं के बीच जब आपेक्षिक गति होती है तो उनके सम्पर्क तल पर एक बल उत्पन्न हो जाता है जो उनके बीच होने वाले आपेक्षिक गति का विरोध करता है। इस बल को ही घर्षण कहते हैं। घर्षण बल की दिशा सदैव सम्पर्क तल पर वस्तु के गति के दिशा के विपरीत होती है।

वस्तु पर आरोपित बल का मान जैसे – जैसे बढ़ाते हैं वस्तुओं के बीच कार्य करने वाले घर्षण बल का मान भी उसी क्रम में बढ़ता जाता है। इसका मान एक महत्तम मान तक बढ़ता है। इसके बाद यदि आरोपित बल का मान बढ़ाते हैं तो घर्षण बल का मान नहीं बढ़ाता है। घर्षण बल के इस महत्तम घर्षण को सीमान्त स्थैतिक कहते हैं।

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