कूलाम का नियम , सूत्र , उत्पत्ति | kulam ka niyam in Hindi (2023) | Most Important

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kulam ka niyam in Hindi (कूलाम का नियम) :-

Kulam ka niyam in Hindi | कूलाॅम का नियम
Kulam ka niyam in Hindi | कूलाॅम का नियम
इस नियम के अनुसार – दो स्थिर आवेशित पिंडों के बीच लगने वाला वैद्युत आकर्षण या प्रतिकर्षण बल का मान दोनों पिंडों पर आवेशों के गुणनफल (q1,q2)  के अनुक्रमानुपाती तथा इनके बीच की दूरी (r) के वर्ग के व्युत्क्रमानुपाती होता है ।
kulam ke niyam ki utpatti
kulam ke niyam ki utpatti
यदि  r दूरी पर स्थित आवेशों (q1,q2) के बीच लगने वाला बल F हो तो –
Kulam ka niyam in Hindi || कूलॉम का नियम हिंदी में
Kulam ka niyam in Hindi || कूलॉम का नियम हिंदी में

यदि आवेशित पिण्ड निर्वात अथवा वायु में स्थित हो, तो-

K = 1/4πε0

K= 9×10⁹ nm²/c²

K का मान समीकरण (1) में रखने पर-

कूलॉम का नियम

ε0 का मान 8.85×10^-12 C²/n m² होता है ।

Clemmensen Reduction Reaction क्लीमेन्सन अपचयन अभिक्रिया

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